Ram Aayenge Lyrics - Dipika Chikhlia | Sameer Deshpande | Vishal Mishra
2024 T-Series
Lyrics
आज गली गली अवध सजाएंगे
आज पग पग पलक बिछाएंगे
हो आज गली गली अवध सजाएंगे
आज पग पग पलक बिछाएंगे
आज सूखे हुए पेड़ फल जाएंगे
नैना भीगे भीगे जाए
कैसे खुशी ये छुपाए
राम आएंगे
कुछ समझ ना पाए
कहाँ फूल बिछाए
राम आएंगे
नैना भीगे भीगे जाए
कैसे खुशी ये छुपाए
राम आएंगे
कुछ समझ ना पाए
कहाँ फूल बिछाए
राम आएंगे
सरयू जल-थल जल-थल रोई
जिस दिन रघुव हुए पराए
ओ बिरहा के सौ पर्वत पिघले
हे रघुराई तब तुम आए
ये वही क्षण है निरंजन
जिसको दशरथ देख न पाए
सात जन्मों के दुःख कट जाएंगे
आज सरयू के तट मुस्काएंगे
मोर नाचेंगे पपीहे आज गाएंगे
आज दसों ये दिशाएं
जैसे शगुन मनाएं
राम आएंगे
नैना भीगे भीगे जाए
कैसे खुशी ये छुपाए
राम आएंगे
कभी ढोल बजाए
कभी द्वार सजाए
राम आएंगे
कुछ समझ ना पाए
कहाँ दीप जलाए
राम आएंगे
जाके आसमानों से
तारे माँग लाएंगे
कौशल्या के लल्ला जी
तुम्हीं पे सब लूटाएंगे
14 साल जो रोके
वो आंसू अब बहाएंगे
अवध में राम आएंगे
हमारे राम आएंगे
नील गगन से सांवले
कोटि सूर्य सा तेज
नारायण तज आए हैं
शेषनाग जी सेज
रघव रघव करते थे
युग युग से दिन रैन
आज प्रभु ने दरस दिया
धन्य हुए हैं नैन
नतमस्तक हैं तीन लोक
और सुर नर करें प्रणाम
एक चंद्रमा एक सूर्य
एक जगत में राम
एक जगत में राम
आज दसों ये दिशाएं
जैसे शगुन मनाएं
राम आएंगे
नैना भीगे भीगे जाए
कैसे खुशी ये छुपाए
राम आएंगे
कभी ढोल बजाए
कभी द्वार सजाए
राम आएंगे
कुछ समझ ना पाए
कहाँ दीप जलाए
राम आएंगे
गीतकार:
Manoj Muntashir
Manoj Muntashir