Radha Ke Rasiya Gokul Ke Basiya Lyrics - Sudha Malhotra

1957

Lyrics

राधा के रसिया गोकुल के बसिया
जादू की मुरली बजा कि सुन सुन
मन डोले
नैना चुराये या पलकें झुकाये
तेरी मुरलिया सबको नचाये हो ओओओ
चमकें सितारे या बरसें बदरवा
छम छम चलें गोपियां
घूंघट का पट खोले हो
राधा के रसिया
घनश्याम बजाओ मुरलिया हो
मोहे चैन न आए मोहे चैन न आए
मुरली बजे तो अंग अंग डोले
संग संग डोलें सखियां आ आ
नाचे जियरवा बाजे घुंघरवा
चमकें प्यासी अखियां
मैं जन्मौं की प्यास बुझाऊं
दुनिया रास रचाये हो
घनश्याम बजाओ मुरलिया हो
मोहे चैन न आए मोहे चैन न आए