हे कान्हा हे गोपाला Hey Kanha Hey Gopala Lyrics - Kailash Kher
2024 Kailash Kher
Lyrics
जमुना तीरे समीर थोड़ी मंद मंद चले
ब्रिज की रज में भी सुगंध मेरे गोविंद की मिले
नटखट नटवर नागर नंदलाला
ब्रिज की रज में भी सुगंध मेरे गोविंद की मिले
नटखट नटवर नागर नंदलाला
हे मुरलीधर कान्हा साँवरे हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
नंदनवन में वेणु बजैया आज भी नर्तन करें
वृंदावन के नर नारी रल मिल संकीर्तन करें
सोहे मोर मुकुट माथे कंठे वैजन्ती माला
वृंदावन के नर नारी रल मिल संकीर्तन करें
सोहे मोर मुकुट माथे कंठे वैजन्ती माला
हे मुरलीधर कान्हा साँवरे हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
लीलाधारी रासबिहारी की महक कण कण में
गोपी जन वल्लभ त्रिपुरारी हरि एक एक मन में
श्याम श्याम रंग में सारा गोकुल रंग डाला
गोपी जन वल्लभ त्रिपुरारी हरि एक एक मन में
श्याम श्याम रंग में सारा गोकुल रंग डाला
माधव मदन मुरारी साँवरे हे गोपाला
हे मुरलीधर कान्हा साँवरे हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
माधव मदन मुरारी साँवरे हे गोपाला
हे मुरलीधर कान्हा साँवरे हे गोपाला
हे बंसीधर मोहक सलोने हे गोपाला
माधव मदन मुरारी साँवरे हे गोपाला